नारी शिक्षा/ Women education

 नारी शिक्षा/ Women education


 

हमारी समाज में सबसे ज्यादा प्रभाव एक। एक औरत के पढ़े लिखे होने से पड़ता है। क्योंकि एक पढ़ी-लिखी औरत समझदार होती है वह जानती है कि उसके और उसके परिवार के लिए क्या बेहतर है? वो अपने खुद के लिए सही फैसले कर सकती है। एक पढ़ी-लिखी औरत अपने घर वालों के साथ साथ। समाज के लिए क्या बेहतर है । उसे भी जानती है। एक औरत के पढ़े लिखे होने से समझ पर भी बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ता है। एक पढ़ी-लिखी औरत पूरे समाज को सुधार सकती है। एक औरत के पढ़े लिखे होने से उसकी पूरी नस्लें सुधर जाती है। एक पढ़ी-लिखी औरत की नस्ल में कामयाब लोग पैदा होते हैं।

 समाज पर पुरुषों के पढ़े लिखे होने का उतना असर नहीं पड़ता है जितना एक औरत के पढ़े लिखे होने से पड़ता है क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि एक लड़का कितना भी पढ़ ले लेकिन उस पर कहीं ना कहीं उस वातावरण का असर जरूर पड़ता है जहां वह पल्ला बना है? आज हमारे देश की बेटियों ने हर ऊंचे से ऊंचे मुकाम पर अपना परचम लहराया है। आज हमारे देश की बेटियां।

IAS OFFICER, IPS OFFICER, PCS OFFICER, DOCTOR,ENGEENIER जैसी और भी काफी बड़ी बड़ी पोस्ट तक पहुंच गई है। उन्होंने समाज को दिखा दिया है कि समाज की सोच गलत है कि लड़कियां पढ़ने लिखने से बिगड़ती है बल्कि उन्होंने यह साबित कर दिया है कि पढ़े-लिखे पढ़ने लिखने से लड़कियां बिगड़ती नहीं है बल्कि पढ़ने लिखने से लड़कियां समझदार होती है उन्हें पता होता है कि उनके लिए क्या सही है और क्या गलत वह सही और गलत के लिए के बीच के फर्क कुछ जान सकती हैं? उनकी इतनी सब कामयाबी के बावजूद भी। आज भी समाज में कुछ लोग ऐसे हैं जो पढ़ाई की अहमियत को नहीं समझते उनकी नजर में लड़कियों को पढ़ाना बेकार है उनकी सोच है कि लड़कियों को पढ़ा कर करना क्या है उनकी कुछ? उनकी कुछ दिन बाद शादी हो जाएगी और फिर उन्हें रोटी हंडिया करना है और उनका शहर उनकी सारी ख्वाहिशों को पूरा करेगा। उनका ध्यान रखेगा और वो खुश रहेंगी।

 यह तो सभी को पता है कि शादी होनी भी जरूरी है और सबकी होती है सब। सबको अपने घर में काम भी करना पड़ता है लेकिन। अभी कैसे कह सकते हैं कि शादी के बाद उसकी जिंदगी बहुत खूबसूरत होगी क्या पता शादी के बाद उसके शौहर का बिजनेस कारोबार उतना अच्छा ना हो? जो वो अपनी बीवी की ख्वाहिशों को पूरा कर सके। क्या पता उसकी खुद की ख्वाहिश ही ना पूरी हो सके? क्योंकि कल किसने देखा है? कब किसके साथ क्या हो जाए कौन जानता है?

 इसलिए अपनी बेटी को इतना पढ़ा लो कि अगर उसका शौहर परेशानी में हो तो वह उसकी मदद कर सके उसकी तकलीफ दूर कर सके।

" मेरी यह बात कुछ लोगों को चुभी तो बहुत होगी लेकिन आप लोग जरा मेरी बात पर गौर कीजिए शायद किसी एक के समझ आ जाने से नस्लें सुधर जायें।"


:— Aiman moin raza 


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